सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

कालिका प्रसाद सेमवाल

*शुभ कल्याणी गौ माता*
*********************
सदाचार का पाठ पढ़ायें,
सबको गौ पालन सिखलायें,
 सब गौ माता की सेवा करके,
गौ  माता का महात्म्य बताये,
अपना जीवन धन्य बनायें,
हम सब गौ ग्राम बनायें।

गौ माता की कृपा दृष्टि से ही,
सुखी हो जायेगें सब नर नारी,
गौ माता की अनुकम्पा से ही,
दूर हो जायेगी विपदाये सारी
सबको नव जीवन दिलवायें,
हम  सब  गौ  ग्राम   बनायें।

अर्चन , वन्दन,  नित परिक्रमा,
गौ माता की हमको करनी है,
करके तेजो वलय हम बढ़ायें,
चरण धूलि का तिलक लगाकर, 
सकल मनोरथ  पूर्ण करायें,
हम सब  गौ  ग्राम   बनायें।

घर -घर दूध, दही की नदी बहायें ,
वैभवशाली, धीर वीर बनके,
खुशियां  चारों  ओर   लाये,
वैदिक शुभ सन्देश  सुनाये,
नयी क्रान्ति देश  में  लायें,
हम सब गौ  ग्राम  बनायें।

गाँव गाँव में विचरण करके ,
पावन मंगल गीत   सुनाये,
शुभ कल्याणी गौ माता की,
महिमा जन-जन तक पहुचाये,
राष्ट्र माता के पावन पद पर,
 अपनी गौ माता को दिलवायें।

सबसे  गौ मात  सेवा करवाये,
भारत माँ को हराभरा बनायें,
देश की सुख समृद्धि के लिये,
हम सब  गौ  ग्राम  बनायें,
सब  में  गौ भक्ति  जगायें,
 गौ माता को राष्ट्र माता  बनायें,
*********************
कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन अपर बाजार
रुद्रप्रयाग उत्तराखंड


*वन्दना मां सरस्वती*
*******************
मां वीणापाणि सरस्वती
भावों में ऊंची उड़ान दो,
लेखनी  में   शक्ति   दो
विचारों में पवित्रता दो,
वाणी   में  मधुरता  दो
सुरभित हो ये सारा जहाँ,
विचलित मन को स्थिरता दो
दूर करो मेरी सब दुविधा।

ममतामयी हे मां सरस्वती
ज्ञान अमृत पिला दो मां,
हम चले नेह की राह पर
इस दुर्बल काया में शक्ति दो,
बहके न मेरे कभी कदम
विचलित न हो कभी मन,
मां हमको तुम तार देना
मां सरस्वती हमको ऐसी  देना।
*********************
कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन अपर बाजार
रुद्रप्रयाग उतराखंड

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रक्तबीज कोरोना प्रतियोगिता में शिक्षक दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल को मिला श्रेष्ठ साहित्य शिल्पी सम्मान

रक्तबीज कोरोना प्रतियोगिता में शिक्षक दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल को मिला श्रेष्ठ साहित्य शिल्पी सम्मान महराजगंज टाइम्स ब्यूरो: महराजगंज जनपद में तैनात बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक व साहित्यकार दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल को श्रेष्ठ साहित्य शिल्पी सम्मान मिला है। यह सम्मान उनके काव्य रंगोली रक्तबीज कोरोना के चलते मिली है। शिक्षक दयानन्द त्रिपाठी ने कोरोना पर अपनी रचना को ऑनलाइन काव्य प्रतियोगिता में भेजा था। निर्णायक मंडल ने शिक्षक दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल के काव्य रंगोली रक्तबीज कोरोना को टॉप 11 में जगह दिया। उनकी रचना को ऑनलाइन पत्रियोगिता में  सातवां स्थान मिला है। शिक्षक दयानन्द त्रिपाठी को मिले इस सम्मान की बदौलत साहित्य की दुनिया में महराजगंज जनपद के साथ बेसिक शिक्षा परिषद भी गौरवान्वित हुआ है। बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक बैजनाथ सिंह, अखिलेश पाठक, केशवमणि त्रिपाठी, सत्येन्द्र कुमार मिश्र, राघवेंद्र पाण्डेय, मनौवर अंसारी, धनप्रकाश त्रिपाठी, विजय प्रकाश दूबे, गिरिजेश पाण्डेय, चन्द्रभान प्रसाद, हरिश्चंद्र चौधरी, राकेश दूबे आदि ने साहित्यकार शिक्षक दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल को बधाई दिय...

डा. नीलम

*गुलाब* देकर गुल- ए -गुलाब आलि अलि छल कर गया, करके रसपान गुलाबी पंखुरियों का, धड़कनें चुरा गया। पूछता है जमाना आलि नजरों को क्यों छुपा लिया कैसे कहूँ , कि अलि पलकों में बसकर, आँखों का करार चुरा ले गया। होती चाँद रातें नींद बेशुमार थी, रखकर ख्वाब नशीला, आँखों में निगाहों का नशा ले गया, आलि अली नींदों को करवटों की सजा दे गया। देकर गुल-ए-गुलाब......       डा. नीलम

डॉ. राम कुमार झा निकुंज

💐🙏🌞 सुप्रभातम्🌞🙏💐 दिनांकः ३०-१२-२०२१ दिवस: गुरुवार विधाः दोहा विषय: कल्याण शीताकुल कम्पित वदन,नमन ईश करबद्ध।  मातु पिता गुरु चरण में,भक्ति प्रीति आबद्ध।।  नया सबेरा शुभ किरण,नव विकास संकेत।  हर्षित मन चहुँ प्रगति से,नवजीवन अनिकेत॥  हरित भरित खुशियाँ मुदित,खिले शान्ति मुस्कान।  देशभक्ति स्नेहिल हृदय,राष्ट्र गान सम्मान।।  खिले चमन माँ भारती,महके सुरभि विकास।  धनी दीन के भेद बिन,मीत प्रीत विश्वास॥  सबका हो कल्याण जग,हो सबका सम्मान।  पौरुष हो परमार्थ में, मिले ईश वरदान॥  कविः डॉ. राम कुमार झा "निकुंज" रचना: मौलिक (स्वरचित)  नई दिल्ली