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व्यंजना आनंद (मिथ्या)

मात्रा भार ---12  

🥗आया बाहार 🥗
 ************
   
पेड़ों के झिरमुट से,
    गाती कोयल प्यारी ।
      मैना  भी मुस्काएँ,
         सुंदर लगती क्यारी।।
         
                    🌻
                    
   पक्षी उड़ते आएं ,
       अब बहार है छाएं ।
         सारा मौसम खुश है ,
            सभी आज बौराएं।।
         
               🌻
               
रौनक ऐसे  छाई , 
   मिली प्रीत को माया।
      मनवा मोरा गाए,
         पिया देख हर्षाया।।
         
                🌻
                

   पीली ओढ़ी साड़ी ,
     जोगन तुझसे हारी ।
        तुझको पास बुला के ,
            मैं  तो  सबकुछ वारी।।

🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻

व्यंजना आनंद  (मिथ्या)

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