आओ सृजन करें
शब्द सार्थक करें
दोहा शब्द भारती
बंधना करूं भारती,देदो मुझको ज्ञान।
करती पूजा आपकी,
वारी जाऊँ जान।।
माता भारती तेरी,
हमतो हैं संतान।
तुझमें सभी-कुछ ढूढते,
हमको दो वरदान।।
तुमहो माता शारदे,हमको देना ज्ञान।
छंद सृजन कर सकुं, हमें बना विद्वान।।
माँ तुम्हारी आरती,
करते सुबहो-शाम।
करो ना अभी आराम,
माता तुझे सलाम।।
हो तेरा उपकार माँ,
हमको देना ज्ञान।
एक तेरा सहारा माँ,
बनना हमें महान।।
पुष्पा निर्मल
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