🙏कुंडलिया छंद🙏
सुहागन मैं करती व्रत,करवा चौथ जय माल।
इंतजार हैं चाँद का, सजी आरती की थाल।।
सजी आरती की थाल,संग फल फूल मिष्ठान।
हर पल कृपा रखना, हे करवा चौथ के चाँन।।
जन्म -जन्म के साथ, मैं सदा रहूं सौभागन ।
कर कृपा माँ करवा , सदा रहूँ मैं सुहागन।।
अक्षय लाल भारद्वाज🥦🥦🥦
मंडी गोविंदगढ़ पंजाब🥦🥦🥦
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें