*कृष्ण कन्हाई*
प्यारे कृष्ण कन्हाई प्यारे कृष्ण कन्हाई
याद तेरी आई मेरी आँख भर आई।
मोर पंख माथे सोहे मोहिनी सुरतिया
देख तेरी बाट कान्हा आँख पथराई।।
तेरे बिन कान्हा मेरी बात न बने है
मोह माया का बंधन बाँध के रखे है।
कौन विधि कान्हा मैं अब तुझे पाऊँ
दुनिया मुझे अब तेरी जोगन कहे है।।
🙏🌹 सुप्रभात 🌹🙏
*ऊषा जैन* *उर्वशी*
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