*।।विषय।। अनुभव 2021।।*
*।।रचना शीर्षक।।*
*।।सादा जीवन, उच्च विचार*
*यही था वर्ष 2021का सार।।*
*।।विधा।। मुक्तक।।*
1
डर कर रहना घर का
खाना पीना।
वर्ष 2021 में बीता
जीवन यूँ जीना।।
घर में कैद बीत गया
आधा साल।
अपनों के बीच ही बीता
पूरा छह महीना।।
2
घर के अधूरे काम घर
में पूरे किये।
बच्चों ने भी क्लास ऑन
लाइन ही लिये।।
बड़ो ने भी किया वर्क
फ्रॉम होम।
अखबार टी वी देख कर
ही जीवन जिये।।
3
इस साल ने सीखा दिया
स्वास्थ्य का अर्थ।
सावधानी हटे तो होता है
अर्थ का अनर्थ।।
इस साल ने बताया घर
के खाने का महत्व।
जो बिना मास्क के घूमा
वो गिरा कॅरोना गर्त।।
4
वर्ष 2021 ने बताया दूर
रहकर रिश्ता निभाना।
वर्ष 2021 ने सिखाया
पराये अपना बनाना।।
वर्ष 2021 ने छीना और
दिया बहुत कुछ।
वर्ष 2021 ने दिखाया
सादा जीवन बिताना।।
*रचयिता।।एस के कपूर "श्री हंस"*
*बरेली।।*
*©. @. skkapoor*
*सर्वाधिकार सुरक्षित*
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