बिदा वर्ष 2021
स्वागत किया था
01 जनवरी 2021 को
अब 31 दिसंबर 2021 को
बिदा कर रहा हूं।
कोरोणा महामारी के कारण
खुल के हंसना हुआ हराम
सीताराम राधेश्याम।
त्रेता युग होता तो
राम रावण युद्ध लिखता
द्वापर युग होता तो
महाभारत लिख देता
बड़ी मुश्किल से,जान बचा पाये है
बिदा वर्ष 2021
सीताराम राधेश्याम।
गृहस्थी की गाड़ी चला रहे थे
अपनी औकात के अनुसार
जो हुआ सो हुआ
किंतु एक प्रश्न,आज तक कचोटता है
क्यों और कैसे, आ जाती है
विनाशकारी महामारी रोग।
घर में राशन पानी तक नही था
और लग गया, लाक डाउन लाक डाउन
खुल के हंसना हुआ हराम
सीताराम राधेश्याम।
फिलहाल चिंता की कोई बात नही है
कुछ खोया तो कुछ पाया भी है
बार बार के रिजेक्ट से
दिमाक में आया, एक तर्क
बिदा वर्ष 2021 और स्वागत वर्ष 2022
सीताराम राधेश्याम।
नूतन लाल साहू
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