आशुकवि रमेश कुमार द्विवेदी, चंचल की आज की रचना निहारी जाय,सुझाव आमन्त्रित हैं...... सन् बीस बिता लाकडाउन मा, टीकाकरण इक्कीसु मँझारी।। समीप लखो सन् बाइस का, ओमिक्रान दिखै जग आय बुझारी।। जग बीचु घना यहू हिन्द मुला, भगवान कृपालु थे अवढरदानी।। दोआब जँहा माई गंग जमुन, भारती मोरी महा बलिदानी।। जेस हाल दिखा जग केर सदा,सबसे बढि़या यहु हिन्द कहा।। नहि वैइसु करारी लचारी ढही, जस इटली अमेरिका देश सहा।। यहाँ तीर्थ बसी जँह काशी सदा, अयोध्या औ मथुरा हु तीरथ भारी।। सोमनाथ औ द्वारका हार विहार, गातन पिण्ड गया जँह चारी।। देवी औ देवतनु वास सदा, विन्ध्य औ वैष्णवी धामु खरारी ।। कवि चंचल कैइसु बेचैन बसैं, ओमिक्रानौ ख्यालु रखैंगे मुरारी।। ओमनगर, सुलतानपुर, उत्तर प्रदेश।। 228001।। मोबाइल...8853521398,9125519009।।
रक्तबीज कोरोना प्रतियोगिता में शिक्षक दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल को मिला श्रेष्ठ साहित्य शिल्पी सम्मान
रक्तबीज कोरोना प्रतियोगिता में शिक्षक दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल को मिला श्रेष्ठ साहित्य शिल्पी सम्मान महराजगंज टाइम्स ब्यूरो: महराजगंज जनपद में तैनात बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक व साहित्यकार दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल को श्रेष्ठ साहित्य शिल्पी सम्मान मिला है। यह सम्मान उनके काव्य रंगोली रक्तबीज कोरोना के चलते मिली है। शिक्षक दयानन्द त्रिपाठी ने कोरोना पर अपनी रचना को ऑनलाइन काव्य प्रतियोगिता में भेजा था। निर्णायक मंडल ने शिक्षक दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल के काव्य रंगोली रक्तबीज कोरोना को टॉप 11 में जगह दिया। उनकी रचना को ऑनलाइन पत्रियोगिता में सातवां स्थान मिला है। शिक्षक दयानन्द त्रिपाठी को मिले इस सम्मान की बदौलत साहित्य की दुनिया में महराजगंज जनपद के साथ बेसिक शिक्षा परिषद भी गौरवान्वित हुआ है। बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक बैजनाथ सिंह, अखिलेश पाठक, केशवमणि त्रिपाठी, सत्येन्द्र कुमार मिश्र, राघवेंद्र पाण्डेय, मनौवर अंसारी, धनप्रकाश त्रिपाठी, विजय प्रकाश दूबे, गिरिजेश पाण्डेय, चन्द्रभान प्रसाद, हरिश्चंद्र चौधरी, राकेश दूबे आदि ने साहित्यकार शिक्षक दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल को बधाई दिय...
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