*।।मनोकामना / शुभकामना*
*नव वर्ष 2022 के लिए ।।*
*।।विधा।।मुक्तक।।*
1
बस आदमी को आदमी से
प्यार हो जाये।
हर नफ़रत की जीवन में
हार हो जाये।।
इंसानियत का ही हो बोल
बाला हर जगह।
हर व्यक्ति में मानवता
साकार हो जाये।।
2
हर किसी का हर किसी से
सरोकार हो जाये।
हर सहयोग देने को आदमी
तैयार हो जाये।।
अमनो चैन सुकून की हो
सब की जिंदगी।
खत्म हमारे बीच की हर
तकरार हो जाये।।
3
राष्ट्र का हित ही सबका
कारोबार हो जाये।
देश की आन को हर बाजू
तलवार हो जाये।।
दुश्मन नज़र उठा कर देख
न सके हमको।
हर जुबां पर शत्रु के लिए
ललकार हो जाये।।
4
माहमारी कॅरोना की करारी
अब हार हो जाये।
वैसा ही स्वास्थ्य का दुनिया
में संचार हो जाये।।
भय डर का यह जीवन अब
हो जाये समाप्त।
यह विषाणु हर जीवन सेअब
बाहर हो जाये।।
5
हर बाग में अब गुल गुलशन
बहार हो जाये।
जिंदगी का मेला वैसा ही फिर
गुलज़ार हो जाये।।
यह नव वर्ष खुशियां लेकर
आये हज़ारों हज़ार।
हर ओर जीवन में सुख शांती
बेशुमार हो जाये।।
*रचयिता।।एस के कपूर "श्री हंस"*
*बरेली।।*
*©. @. skkapoor*
*सर्वाधिकार सुरक्षित*
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