मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं💐
दोहा
14.1.2022
सूर्य उत्तरायण हुए , मकर राशि में आज ।
ठिठुरन भी कुछ कम हुई , भोर बजाती साज ।।
गुड़ तिल के संयोग से ,बने भिन्न पकवान ।
अर्घ्य सूर्य को दो सुबह, भोग लगा भगवान ।।
नभ पतंग छूने चली , बंध डोर के अंग ।
रिश्तों को बांधे रखो , मीठी बातों संग ।।
देख शीत ठंडी पड़ी , धरती ऊर्जा मान ।
पर्व संक्रांति का मना , खिचड़ी का दो दान ।
सूर्य मकर में आ गए , ऋतु बसंत आह्वान ।
फूल पात सब खिल गए,भूमि लगती पावन ।।
निशा"अतुल्य"
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