प्रीत पदावली ----
10/01/2022
------ प्रेम प्रवर्तक -----
सुमन चाप नतमस्तक है ।
लिए सुमावलि देता रहता ,
प्रेमानुभूति दस्तक है ।।
वय किशोर से यौवन तक ,
अनुराग भरे सप्तक हो ।
वसुधा आह्लादित हो जाये
कोविद प्रेम प्रवर्तक हो ।।
गीत गजल दोहा चौपाई ,
छंद मापनी मुक्तक हो ।
प्रातः चिंतन काव्य पठन नित ,
नम्य भावना पुस्तक हो ।।
लक्ष्य निशाना के भेदन को ,
कसी हुई गति लस्तक हो ।
चित्तमोहिनी मानस मंदिर ,
स्पर्श पुरोधा हस्तक हो ।
शुभ सुयुक्ति सुभ्रु सुभौटी ,
तन्वंगी तन तप्तक हो ।
सुमंगला मति हर्षित करती
शुभदा प्रदा सुरक्तक हो ।।
---- रामनाथ साहू " ननकी "
मुरलीडीह ( छ. ग. )
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