*हमें दे दो..*
विधा : गीत
तुम अपना रंज-ओ-ग़म,
अपनी परेशानी मुझे दे दो
करो तुम देव दर्शन
जाके जिनयालय में नित्य दिन।
तुम अपना रंज-ओ-ग़म,
अपनी परेशानी मुझे दे दो।।
ये माना मैं किसी क़ाबिल नहीं हूँ
दुनियां की निगाहों में-२
बुरा क्या है अगर,
ये दुख ये हैरानी मुझे दे दो
तुम अपना ...।।
मैं देखूँ तो सही,
दुनिया तुम्हें कैसे सताती है - २
कोई दिन के लिये,
अपनी निगहबानी मुझे दे दो
तुम अपना ...।।
वो सब जो मैने मांगा था
मगर गैरों ने पाया - २
बड़ी शै है अगर,
उसकी पशेमानी मुझे दे दो
तुम अपना ...।।
जय जिनेंद्र
संजय जैन "बीना" मुंबई
30/03/2022
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