प्रीत पदावली ----
28/03/2022
------ पूँजी ----
सुरभित है मन का हर कोना ।
सुखद मधुर स्मृतियों की पूँजी ,
हर क्षण जिसका चाँदी सोना ।।
आनंदातिरेक प्रिय बंधन ,
स्नेहिल भावों का वह दोना ।
आजीवन सहेजता रहता ,
नहीं चाहता इन सबको खोना ।।
सदा प्रफुल्लित रहे वृत्तियाँ
विस्मृत हैं वो रोना धोना ।
प्रस्तुत प्रिय पदावली पर है ,
सूक्ष्म उपस्थिति का नित होना ।।
समय समझ सब सुलझे निखरे ,
बसा हृदय वह रूप सलोना ।
सपनों के साकार लोकहित
ताने -बाने खूब पिरोना ।।
रही कल्पना सफल यज्ञ की
बस उनको ही आज सँजोना ।
खिले सदा मुस्कान अधर पर ,
नहीं कभी पथ पर तू खोना ।।
---- *रामनाथ साहू* *" ननकी "*
*मुरलीडीह* *( छ. ग. )*
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