कान्हा मेरी धड़कनों में तुम बने रहना
मेरे मन मंदिर में कान्हा तुम बसे रहना।
कान्हा तेरा रूप सलोना है मुझे भाये
घुंघर वाले बाल तेरे जिया में लहराए।।
तेरी मीठी प्रीत का तो पहन लिया गहना।।
मोर मुकुट माथे पे सोहे गले वैजयंती माल
बांकी -बांकीतेरी चितवन करती है कमाल।
अधरों पर धरी है मुरलिया क्या तेरा कहना
तेरी मीठी प्रीत का तो पहन लिया गहना।।
दुनिया के प्रभंजनों से अब न घबराऊँ
नाम तेरा लेकर कान्हा चलती ही जाऊँ।
डोरी तेरे हाथ देदी अब छोड़ नहीं देना
तेरी मीठी प्रीत का तो पहन लिया गहना। ।
बंसी की धुन सुनने तेरी मन बड़ा व्याकुल
दर्शन तेरा पाने को मन रहता है आकुल।
अवगुण मेरे भूल कर सब चरण में रख लेना
तेरी मीठी प्रीत का तो पहन लिया गहना।।
🙏🌹 *सुप्रभात जी* 🌹🙏
*ऊषा जैन कोलकाता*
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