प्रीत पदावली ----
05/04/2022
------ नयी दुनिया -----
मैं दुनिया नयी बनाऊँगा ।
मेरे प्रयास अब भी हैं जारी ,
बन प्रेम पूर्ण दिखलाऊँगा ।।
असफलताओं से सीखा अब तक ,
गलती नहीं दोहराऊँगा ।
जहाँ कहीं भी भूल हुई मुझसे ,
उनको फिर खूब सजाऊँगा ।।
मुक्ति पथिक बन स्वयंप्रभा लेकर ,
सोया वह भाग्य जगाऊँगा ।
समय सफल सुभदा कर्मों से ही ,
प्रेमिल नित पाठ पढ़ाऊँगा ।।
शस्त्र शास्त्र दिग्भ्रमित किये मन को ,
इन सबको दफ्न कराऊँगा ।
नया धर्म जो प्रेम भरा हो जग में ,
प्रतिपादित वह कर जाऊँगा ।।
जहाँ नित्य आनंद मगन हो ,
जीवन के शुभ पथ लाऊँगा ।
सब वैमनस्यता शमन कराकर ,
करुणांकुर हिय तल लाऊँगा ।।
---- रामनाथ साहू ननकी
मुरलीडीह ( छ. ग. )
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