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नूतन लाल साहू

जो बोओगे वही काटोगे

धन दौलत से नही
भक्ति से ही मुक्ति पाओगे
तज विषयों को मन से
भक्ति में रम जाओ।
प्रभु जी की महिमा को
चाहे जैसे भी गा लो
जीवन है छोटी सी नैया
प्रभु जी का नाम पतवार है
प्रभु जी से ज्यादा,प्रभु जी के नाम में
शक्ति की भरमार है।
जिसने भी बैर किया है प्रभु जी से
उनका विनाश हुआ है जग में
जो बोओगे वही काटोगे।
निर्मल मन से प्रभु जी को
जिसने भी पुकारा है
मनवांछित फल उसने पाया है
द्रौपती की लाज राखी
चीर बढ़ाकर प्रभु जी ने
गणिका के अवगुण को
पल भर में ही मिटाया है प्रभु जी ने।
जो भी लगन लगाया सच्ची
कभी उसकी नाव न अटकी
इसमें कोई शक नही है
हम कलयुग अवतारी है
बड़े भाग्य हम भक्तों के
मात्र नाम जपन से ही
भवसागर पार होते है।
स्वर्ग नरक है कल्पना
करनी का फल,यही भुगतना पड़ता है
जो बोओगे वही काटोगे।

नूतन लाल साहू

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