कुंडलिया़
शुक्ल पक्ष तिथि प्रतिपदा, पावन चैत्र मास।
हिंदू नूतन वर्ष की , यह होती शुरुआत।।
यह होती शुरुआत, प्रकृति लगे नवेली।
नव पल्लव,नव पुष्प, लिए नवरस अलबेली।।
हरित छटा श्रृंगार ,नई दुल्हन की शक्ल।
अभिनंदन,! नववर्ष, चैत्र प्रतिपदा शुक्ल।।
हरिकेश प्रजापति
जनपद बस्ती
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