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मधु शंखधर स्वतंत्र

हिन्दू नव वर्ष व नवरात्रि के पावन आगमन की अनंत शुभकामनाएं......
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माँ शैलपुत्री  पूजिता ,
नौ रूप प्रथमा सेविता ।
सिंहों सवारी प्रिय परम ,
आराध्य शाश्वत शुचि वरम।।

हो चैत्र मासे आगमन ,
नव वर्ष शोभित है नमन।
हिन्दुत्व का वरदान है ,
शक्ति का नव सम्मान है।।

नौ रूपता नव वर्ष है ,
यह ही नवल उत्कर्ष है ।
कुसुमित नवल नव पुष्प हैं,
पल्लव नवोदित गुच्छ हैं ।।

धन धान्य उपजाए कृषक,
शोभा प्रकृति मधुरम झलक।
कलरव करें पक्षी सुभग,
नव भोर करते हैं विहग ।।

गंधर्व का शुचि गान है,
शुभ नेत्र खोले ज्ञान है ।
अब विष्गु जागृत हो रहे,
शुभ वाक्य देवों ने कहे ।।

आओ मनाएँ वर्ष नव ,
हिन्दुत्व का आमर्ष नव ।
नव चेतना उत्कर्ष नव,
मधुमय मधुर मधु हर्ष नव।।
*मधु शंखधर 'स्वतंत्र'*
*प्रयागराज*
*02/04/2021*

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