*साँसे दे दूंगा*
विधा: कविता
दिल करता है मेरा,
जिंदगी तुझे दे दू।
जिंदगी की सारी
खुशी तुझे दे दू।
दे दे अगर तू मुझे,
भरोसा अपने दिलका।
यकीन करले तू मेरा,
दे दूंगा अपनी साँसे।।
दिया है अब तक साथ,
आगे भी उम्मीद रखता हूँ।
तेरे जैसे दोस्त को,
अपने दिलमें रखता हूँ।
और यकीनन दिलसे
तुम्हें प्यार मैं करता हूँ।
इसलिए हमसफर अपना
तुम्हें बनाना चाहता हूँ।।
दिल की धड़कन में
तुम ही तुम बसते हो।
मेरी हर सांसो में अब
तुम ही तुम धड़कते हो।
मैं कैसे कहूँ तुम से
मेरी साँसे तुम हो।
नहीं दिखोगें जिस दिन
वो मेरा आखरी दिन होगा।।
जय जिनेंद्र देव
संजय जैन " बीना" मुंबई
21/11/2021
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